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Outline:१. शिशु को पूरक आहार देना क्यों ज़रूरी है? २. माँसाहारी पूरक आहार देने की ज़रूरत| ३. किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए जब शिशु को माँसाहारी पूरक आहार देना शुरू करते हैं | ४. छः महीने के शिशु को पूरक आहार से कितनी ऊर्जा की ज़रूरत होती है? ५. छः महीने के शिशु को कितना गाढ़ा खाना दें? ६. कुछ माँसाहारी पूरक आहार बनाने के तरीके - * घोटा हुआ अंडा * घोटी हुई मछली * कच्चे केले और मछली का दलीया * मुर्गी का घोटा हुआ कलेजा * घोटी हुई मुर्गी और गाजर
१. शिशु को पूरक आहार देना क्यों ज़रूरी है? २. माँसाहारी पूरक आहार देने की ज़रूरत| ३. किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए जब शिशु को माँसाहारी पूरक आहार देना शुरू करते हैं | ४. छः महीने के शिशु को पूरक आहार से कितनी ऊर्जा की ज़रूरत होती है? ५. छः महीने के शिशु को कितना गाढ़ा खाना दें? ६. कुछ माँसाहारी पूरक आहार बनाने के तरीके - * घोटा हुआ अंडा * घोटी हुई मछली * कच्चे केले और मछली का दलीया * मुर्गी का घोटा हुआ कलेजा * घोटी हुई मुर्गी और गाजर
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